Friday, March 3, 2017

संकटनाशन गणेश स्तोत्र Sankatnshan Ganesh Stotra

संकट के नाश के लिए और मनोवांछित फल प्राप्ति हेतु श्री गणेश के चित्र अथवा मूर्ति के आगे 'संकष्टनाशन गणेश स्तोत्र' के 11 पाठ करें : -

Related Post-
गणेश अथर्वशीर्ष पाठ के लाभ

           संकष्ट नाशन गणेश स्तोत्र

Sankatnshan Ganesh Stotra


प्रणम्यं शिरसा देव गौरीपुत्रं विनायकम।
भक्तावासं: स्मरैनित्यंमायु:कामार्थसिद्धये।।1।।

प्रथमं वक्रतुंडंच एकदंतमद्वितीयकम।
तृतीयं कृष्णं पिङ्गाक्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम।।2।।

लम्बोदरं पंचमं च षष्ठं विकटमेव च।
सप्तमं विघ्नराजेन्द्रं धूम्रवर्ण तथाष्टकम् ।।3।।

नवमं भालचन्द्रं च दशमं तु विनायकम।
एकादशं गणपतिं द्वादशं तु गजाननम।।4।।

द्वादशैतानि नामानि त्रिसंध्य य: पठेन्नर:।
न च विघ्नभयं तस्य सर्वसिद्धिकरं प्रभो।।5।।

विद्यार्थी लभते विद्यां धनार्थी लभते धनम्।
पुत्रार्थी लभते पुत्रान् मोक्षार्थी लभते गतिम् ।।6।।

जपेद् गणपतिस्तोत्रं षड्भिर्मासै: फलं लभेत्।
संवत्सरेण सिद्धिं च लभते नात्र संशय: ।।7।।

अष्टभ्यो ब्राह्मणेभ्यश्च लिखित्वां य: समर्पयेत।
तस्य विद्या भवेत्सर्वा गणेशस्य प्रसादत:।।8।।

।।इति संकष्टनाशन गणेश स्तोत्रं संपूर्णम्।।

Releted topics-

● गणेशपञ्चरत्नम् Ganeshpanchatratnam

No comments:

कष्ट शान्ति के लिये मन्त्र सिद्धान्त

कष्ट शान्ति के लिये मन्त्र सिद्धान्त Mantra theory for suffering peace

कष्ट शान्ति के लिये मन्त्र सिद्धान्त  Mantra theory for suffering peace संसार की समस्त वस्तुयें अनादि प्रकृति का ही रूप है,और वह...