Monday, September 23, 2013

वन्दना जगदीश्वर Vandana jagadishwar

जिनके सदा पद पंकजों को शम्भु चितधारे रहें
लोकेश जिनके रूप पर तन-मन सभी वारे रहें
गन्धर्व जिनके सद्गुणों को रात-दिन गया करें
योगीश रट कर नाम को निज जन्म फल जाया करें
आकाश में मन मोहिनी जिसने बनाई तारिका
बन में मधुर श्वर से अहो जिसने बुलाई सारिका
वह राम नाम ललाम जिसका सर्व मंगल धाम है

उस सच्चिदानन्द प्रभू को बार-बार प्रणाम है   

कष्ट शान्ति के लिये मन्त्र सिद्धान्त

कष्ट शान्ति के लिये मन्त्र सिद्धान्त Mantra theory for suffering peace

कष्ट शान्ति के लिये मन्त्र सिद्धान्त  Mantra theory for suffering peace संसार की समस्त वस्तुयें अनादि प्रकृति का ही रूप है,और वह...