Wednesday, June 22, 2016

नव् वर्ष तुम्हारा अभिनन्दन

नव संवत् का रवि नवल, दे स्नेहिल संस्पर्श !
पल प्रतिपल हो हर्षमय, पथ पथ पर उत्कर्ष !!
चैत्र शुक्ल शुभ प्रतिपदा, लाए शुभ संदेश !
संवत् मंगलमय ! रहे नित नव सुख उन्मेष !!
मधु मंगल शुभ कामना, नव संवत्सर आज !
हर शिव वांछा पूर्ण हो हर अभीष्ट हर काज !!
नव संवत्सर पर मिलें शुभ सुरभित संकेत !
स्वजन सुखी संतुष्ट हों, नंदित नित्य निकेत !!
जीव स्वस्थ संपन्न हों, हों आनंदविभोर !
मुस्काती हैं रश्मियां, नव संवत् की भोर !!
हर्ष व्याप्त हो हर दिशा, ना हो कहीं विषाद !
हृदय हृदय सौहार्द हो, ना हों कलह विवाद !!
हे नव संवत् ! है हमें तुमसे इतनी आस !
जन जन का अब से बढ़े आपस में विश्वास !!

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