Wednesday, January 10, 2024

स्मार्त और वैष्णव smart aur vaishnav

स्मार्त और वैष्णव

आज हम जानेंगें स्मार्त और वैष्णवमत के बारे में-


● स्मार्त और वैष्णव में क्या अंतर है?
● आप स्मार्त हैं या वैष्णव?
● स्मार्त और वैष्णव का भेद।


जब भी किसी त्यौहार की बात आती है तो स्मार्त और वैष्णव शब्द भी आता है।क्योंकि हमारे पञ्चाङ्ग में लगभग सभी व्रत और त्यौहारों का निर्णय स्मार्त और वैष्णव के आधार पर दिया जाता है इस प्रकार अधिकतर त्यौहार दो दिन के हो जाते हैं।


लोगों के मन में यह प्रश्न आता है कि स्मार्त और वैष्णव में क्या अंतर है तो आज हम आपको बताएंगे कि स्मार्त किसे कहते हैं और वैष्णव किसे कहते हैं?


● सामान्य सांसारिक नियमों को मानकर गृहस्थ आश्रम का पालन करने वाले अर्थात् सभी गृहस्थी जन स्मार्त कहे जातें हैं।श्रुति-स्मृतियों में विश्वास,वेद पुराण आदि का पठन-पाठन एवं श्रवण करने वाले लोग, पांच देवों(सूर्य,गणेश, शिव, विष्णु, दुर्गा) की उपासना करने वाले अर्थात् पञ्चदेवोपासक,भगवान शिव का पूजन करने वाले सभी स्मार्त कहे जाते हैं।


गृहस्थी स्त्रियों को हमेशा स्मार्तमत के अनुसार व्रत त्यौहार मनाने चाहिए।


● वैष्णव उन्हें कहते हैं जो भगवान विष्णु के उपासक हैं।अपने माथे पर वैष्णव संप्रदाय के अनुसार तिलक धारण करते हैं, भुजाओं पर जिन्होंने शंख-चक्र आदि चिन्ह तप्त मुद्रा से अंकित करवा रखे हैं,अथवा जिन्होंने वैष्णव धर्मगुरु से दीक्षा ली हुई होती है और उनके द्वारा बताये गए नियमों का कठोरता से पालन करते हैं।

साधु-सन्यासी, योगी, तथा विधवा स्त्रियां भी वैष्णव मत के अनुसार त्यौहार व्रत आदि किया करते हैं।



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