Friday, March 3, 2017

दुर्घटना के योग Accident

दुर्घटना(एक्सीडेंट)के योग

- छठे भाव में मंगल पर शनि की दृष्टि पड़े तो मशीनरी से चोट लगती है ।
- सातवें भाव के स्वामी के साथ मंगल-शनि हों तो एक्सीडेंट के योग बनते हैं ।
- आठवें भाव में मंगल व शनि वायु तत्व में हों तो जलने से दुर्घटना होती है ।
- छठे भाव में शनि शत्रु राशि या नीच का होकर केतु के साथ हो तो पशु से चोट लगती है ।
- शनि मंगल व केतु आठवें भाव में एकसाथ हों तो वाहन दुर्घटना के कारण चोट लगती है ।
- चंद्रमा शनि से पीड़ित होकर नीच का हो व मंगल भी साथ हो तो पानी से एक्सीडेंट होता है ।
- आठवें भाव में शनि के साथ मंगल हो या शत्रु राशि का होकर सूर्य के साथ हो तो आग से एक्सीडेंट होता है ।
- वायु तत्व राशि में चंद्र व राहु युति करें तथा मंगल व शनि की उन पर दृष्टि हो वायुयान संबंधित दुर्घटना होती है ।

उपाय

- वाहन दुर्घटना होने पर शनि मंदिर में इमली व संतरे चढ़ाएं ।
- मशीनरी से चोट लगने पर हनुमान मंदिर में 8 शनिवार चमेली के तेल का दीपक करें ।
- जलने से दुर्घटना होने पर भैरव मंदिर में सरसों का तेल में सिंदूर मिलकर दीपक करें ।
- विस्फोटक दुर्घटना होने पर लाल कपड़े में तिल व नारियल बांधकर हनुमान मंदिर में चढ़ाएं ।
- सीढ़ियों से गिरकर दुर्घटना होने पर पानी में नील नमक और केरोसीन मिलाकर सीढ़ियों पर पोछा लगाएं ।
- पशु से चोट लगने पर बुधवार प्रदोश काल में काले धागे में पिरोए 7 नीबू की माला देवी मंदिर में चढ़ाएं ।
- पानी से दुर्घटना होने पर शनिवार प्रदोश काल में काले शिवलिंग पर शतावरी मिले पानी से अभिषेक करें ।
- पैदल चलने पर चोटिल होने पर गुरुवार प्रदोश काल में काले धागे में पिरोए 7 केलों की माला गणपति पर चढ़ाएं

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