शान्ति पाठ
जै जै अम्बे जय जगदम्बे जय कुशले कल्याण करो,
जय कूष्माण्डा जय कल्याणी सदबुद्धि का दान करो.
उग्रवाद आतंकवाद का माँ समूल तुम नाश करो ,
पुत्र पुकारें जय जगदम्बे जग का माँ उत्थान करो.
नैतिकता का पाठ पढ़ाकर माँ चरित्र निर्माण करो,
साहस शील शिष्टता संयम से मानव का उत्थान करो.
दैहिकादि त्रिविध तापों से माँ जग का तुम उद्धार करो,
शान्ति-शान्ति माँ शान्त रूप से जग को शान्ति प्रदान करो..
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