प्रयोग आरम्भ चक्र
prayog aarambh chakra
किसी भी अनुष्ठानादि का प्रारंभ करते समय इस चक्र का प्रयोग कर सकते हैं जिससे उसके सफल होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
जब किसी प्रयोग का आरम्भ करें तो सूर्य नक्षत्र से वर्तमान नक्षत्र तक गणना करें।
उस संख्या को चक्र में दाहिनी ओर संख्या के कालम में देखें, हमें जो भी संख्या प्राप्त हुई थी उसके सामने ही उसका फल लिखा गया है।अतः इस दौरान प्रयोग आरम्भ करेंगें तो उसके समान रूप फल की प्राप्ति होगी।
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