भगवान गणेश को प्रथम पूज्य मान कर उनकी आराधना की जाती है। अपने पिता महादेव की ही भांति गणेश भी समस्त कष्टों से मुक्ति देते हैं तथा भक्त के घर को सुख, सौभाग्य और प्रसन्नता से भर देते हैं। गणेशजी के कुछ ऐसे भी उपाय बताए गए हैं जिन्हें करने से तुरन्त समाधान होता है:-
1- ऑफिस के शत्रुओं से ऐसे निपटे
भगवान गणेश का अति शक्तिशाली मंत्र ऊँ गं गणपतये वरवरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा किसी भी बिगड़े काम को बना सकता है। अगर आप अपने ऑफिस में छिपे हुए शत्रुओं से परेशान है तो आपको केवल इतना सा करना है कि किसी मंदिर में जाए तथा गणेशजी की प्रतिमा के आगे 21 मखाने रख कर इस गणेश मंत्र को 24 बार बोले तथा गणेश को अर्पित कर दें। बहुत जल्द आपके प्रतिद्वन्दी धूल चाटते नजर आएंगे।
2- स्कूल या कॉलेज की परेशानियों के लिए
अगर आप किसी स्कूल या कॉलेज के छात्र है तथा आपको अनचाही समस्याओं का सामना करना पड़ता है तो। सबसे अच्छा उपाय है कि एक कटोरी में थोड़ा सा गंगा जल लेकर गणेशजी के आगे रख दें। स्कूल, कॉलेज जाते समय इस जल से मुंह धोकर जाएं। आपको कोई नहीं रोक सकेगा।
3- लव मैटर्स में सफलता
अगर आप किसी से प्रेम करते हैं परन्तु किसी तीसरे व्यक्ति के चलते आप सफल नहीं हो पा रहे हैं तो यह उपाय आपके लिए सर्वोत्तम हैं। आपको केवल इतना सा करना है कि अपने प्रेमी या प्रेमिका की फोटो पर अपने अंगूठे के बराबर गणेश की प्रतिमा रख कर तीन दिन तक गणेश मंत्र ऊँ गं गणपतये वरवरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा की चार माला जप करें। चतुर्दशी के दिन इस फोटो के पैरों से नीचे जमीन पर अपने प्रतिद्वन्दी का नाम लिखे तथा उसे हाथ से मिटा दें। आपके प्रेम संबंध में आ रही समस्याएं तुरंत ही समाप्त हो जाएंगी।
4- व्यापार में लाभ
व्यापार में अगर आप पिछड़ रहे हैं और आपको घाटा हो रहा है तो आप बाजार से 70 ग्राम कत्था लाएं। उसका चूरा बना कर उसमें घी, सिंदूर तथा शहद मिलाकर गणेशजी की प्रतिमा बनाएं और फिर तीन दिन तक ऊँ गं गणपतये वरवरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा मंत्र की रोज एक माला जप करके चतुर्दशी के दिन तांबे के खोल में भरकर यह प्रतिमा अपने व्यापार स्थल के दरवाजे पर अंदर की तरफ लटका दें। उसी समय से आपका व्यापार दिन दूना रात चौगुना बढ़ने लग जाएगा।
5- समस्त कष्टों के निवारण हेतु
बुधवार के दिन गणेशजी का सिंदूर का चोला चढ़ाएं। उसके बाद लाल चंदन की माला पर ऊँ गं गणपतये वरवरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा मंत्र की दस माला (कुल 1080 बार) जप करें। इस प्रयोग को निरंतर 40 दिन तक करें। आपकी सभी समस्याएं चाहे वो आर्थिक हो, सामाजिक, दुर्भाग्य हो या अन्य किसी भी प्रकार की हो, समाप्त हो जाएंगी।
1- ऑफिस के शत्रुओं से ऐसे निपटे
भगवान गणेश का अति शक्तिशाली मंत्र ऊँ गं गणपतये वरवरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा किसी भी बिगड़े काम को बना सकता है। अगर आप अपने ऑफिस में छिपे हुए शत्रुओं से परेशान है तो आपको केवल इतना सा करना है कि किसी मंदिर में जाए तथा गणेशजी की प्रतिमा के आगे 21 मखाने रख कर इस गणेश मंत्र को 24 बार बोले तथा गणेश को अर्पित कर दें। बहुत जल्द आपके प्रतिद्वन्दी धूल चाटते नजर आएंगे।
2- स्कूल या कॉलेज की परेशानियों के लिए
अगर आप किसी स्कूल या कॉलेज के छात्र है तथा आपको अनचाही समस्याओं का सामना करना पड़ता है तो। सबसे अच्छा उपाय है कि एक कटोरी में थोड़ा सा गंगा जल लेकर गणेशजी के आगे रख दें। स्कूल, कॉलेज जाते समय इस जल से मुंह धोकर जाएं। आपको कोई नहीं रोक सकेगा।
3- लव मैटर्स में सफलता
अगर आप किसी से प्रेम करते हैं परन्तु किसी तीसरे व्यक्ति के चलते आप सफल नहीं हो पा रहे हैं तो यह उपाय आपके लिए सर्वोत्तम हैं। आपको केवल इतना सा करना है कि अपने प्रेमी या प्रेमिका की फोटो पर अपने अंगूठे के बराबर गणेश की प्रतिमा रख कर तीन दिन तक गणेश मंत्र ऊँ गं गणपतये वरवरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा की चार माला जप करें। चतुर्दशी के दिन इस फोटो के पैरों से नीचे जमीन पर अपने प्रतिद्वन्दी का नाम लिखे तथा उसे हाथ से मिटा दें। आपके प्रेम संबंध में आ रही समस्याएं तुरंत ही समाप्त हो जाएंगी।
4- व्यापार में लाभ
व्यापार में अगर आप पिछड़ रहे हैं और आपको घाटा हो रहा है तो आप बाजार से 70 ग्राम कत्था लाएं। उसका चूरा बना कर उसमें घी, सिंदूर तथा शहद मिलाकर गणेशजी की प्रतिमा बनाएं और फिर तीन दिन तक ऊँ गं गणपतये वरवरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा मंत्र की रोज एक माला जप करके चतुर्दशी के दिन तांबे के खोल में भरकर यह प्रतिमा अपने व्यापार स्थल के दरवाजे पर अंदर की तरफ लटका दें। उसी समय से आपका व्यापार दिन दूना रात चौगुना बढ़ने लग जाएगा।
5- समस्त कष्टों के निवारण हेतु
बुधवार के दिन गणेशजी का सिंदूर का चोला चढ़ाएं। उसके बाद लाल चंदन की माला पर ऊँ गं गणपतये वरवरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा मंत्र की दस माला (कुल 1080 बार) जप करें। इस प्रयोग को निरंतर 40 दिन तक करें। आपकी सभी समस्याएं चाहे वो आर्थिक हो, सामाजिक, दुर्भाग्य हो या अन्य किसी भी प्रकार की हो, समाप्त हो जाएंगी।
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