Friday, September 23, 2016

तिलक Tilak

मुख्य रूप से चार प्रकार के तिलकों का वर्णन आया है यथा:-"मृत्तिका चंदनं चैव भस्म तोयं चतुर्थकम्।"
Mainly the four types of Tilaks have been described, namely: - "Mantika Chandanan chava bhasam too charthakam."

आम तौर पर लोग चंदन, कुमकुम, मिट्टी, हल्दी, भस्म आदि का तिलक लगातेँ हैं। अगर कोई तिलक लगाने का लाभ तो लेना चाहता है, पर दूसरों को यह दिखाना नहीं चाहता, तो शास्त्रों में इसका भी उपाय बताया गया है. कहा गया है कि ऐसी स्थिति में ललाट पर जल से तिलक लगा लेना चाहिए।

तिलक लगाने से होने वाले कुछ लाभ:-

1. तिलक करने से व्यक्तित्व प्रभावशाली हो जाता है. दरअसल, तिलक लगाने का मनोवैज्ञानिक असर होता है, क्योंकि इससे व्यक्ति के आत्मविश्वास और आत्मबल में वृद्धि होती है।

2. ललाट पर नियमित रूप से तिलक लगाने  सेे मस्तक में तरावट आती है. लोग शांति व सुकून अनुभव करते हैं. यह कई तरह की मानसिक बीमारियों से बचाता है।

3. दिमाग में सेराटोनिन और बीटा एंडोर्फिन का स्राव संतुलित तरीके से होता है, जिससे उदासी दूर होती है और मन में उत्साह जागता है. यह उत्साह लोगों को अच्छे कामों में लगाता है।

4. इससे सिरदर्द की समस्या में कमी आती है।

5. हल्दी से युक्त तिलक लगाने से त्वचा शुद्ध होती है. हल्दी में एंटी बैक्टीरियल तत्व होते हैं, जो रोगों से मुक्त करता है।

6. धार्मिक मान्यता के अनुसार, चंदन का तिलक लगाने से मनुष्य के पापों का नाश होता है. लोग कई तरह के संकट से बच जाते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, तिलक लगाने से ग्रहों की शांति होती है।

7. मान्यता है कि चंदन का तिलक लगाने वाले का घर अन्न-धन से भरा रहता है और सौभाग्य में बढ़ोतरी होती है।

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