Saturday, June 4, 2016

सुन्दर काण्ड sundarakaand

सुन्दर काण्ड Sundar Kand



श्री गोस्वामी तुलसीदास जी विरचित सुन्दरकाण्ड का नित्यप्रति पाठ करना हर प्रकार से लाभ दायक होता है, इसके अनेक लाभ है .....
सुन्दर कांड का पाठ करने से मनुष्य के सब कष्ट दूर होते हैं तथा मनोकामना पूर्ण होती है और जीवन में खुशियों का संचार होने लगता है।
सुंदरकांड में तीन श्लोक , साठ दोहे और पांच सौ छब्बीस चौपाइयां हैं। वैसे तो सुंदर कांड का पाठ किसी भी दिन किया जा सकता है लेकिन मंगलवार तथा शनिवार के दिन सुन्दर कांड का पाठ करना विशेष फलदायी होता है।
इस पाठ को हनुमान जी के सामने चमेली के तेल का दीपक जला कर करने से अधिक फल प्राप्त होता है, सुन्दरकाण्ड एक ऐसा पाठ है जो की हरप्रकार की बाधा और परेशानियों को खतम कर देने में पूर्णतः समर्थ है.
आजकल के व्यस्तता भरे दिनचर्या में बहुत अधिक समय तक पूजा कर पाना हमेशा संभव नहीं होता, ऐसे में इस पाठ को आप पूरा पढ़ सके तो बहुत अच्छा है पर नहीं पढ़ सकते या समय का आभाव है तो ऐसा करे के इसमें कुल ६० दोहे है, हर दिन १० दोहों का आप पाठ कर ले, ये आप मंगलवार से शुरू कर सकते है जो की रविवार तक खतम हो जायेगा।

जाने ज्योतिष के अनुसार सुन्दरकाण्ड का पाठ According to astrology, the text of Sundar Kand


ज्योतिष के अनुसार भी सुन्दरकाण्ड एक अचूक उपाय है ज्योतिषो के द्वारा उपाय के तौर पर अक्सर बताया जाता है,।
यह उन लोगो के लिए ये विशेष फलदाई होताहै जिनकी जन्म कुंडली में –
मंगल नीच का है, पाप ग्रहों से पीड़ित है, पापग्रहों से युक्त है या उनकी दृष्टि से दूषित हो रहा है, मंगल में अगर बल बहुत कम हो, अगर जातक के शरीर में रक्त विकार हो, अगर आत्मविश्वास की अधिक कमी हो, अगर मंगल बहुत ही क्रूर हो तो भी ये पाठ आपको निश्चित रहत देगा।
अगर लगन में राहू स्थित हो, लगन पर राहू या केतु की दृष्टि हो, लगन शनि या मंगल के दुष्प्रभावो से पीड़ित हो, मंगल अगर वक्री हो गोचर में मंगल के भ्रमण से अगर कोई कष्ट आ रहे हो, शनि की सादे साती या ढैय्या से आपको परेशानी हो रही हो, इत्यादि….. इन सभी योगो में सुन्दरकाण्ड का पाठ अचूक फल दायक माना जाता है…

सुन्दर काण्ड के पाठ करने से लाभ Benefits from reading Sundarakand


सुंदरकांड का पाठ करके हनुमान जी की भक्ति और स्तुति करने से कुछ विशेष लाभ मिल सकते हैं जो इस प्रकार हैं –
● अकारण  किसी काम में आ रही अड़चन या परेशानी दूर हो जाती हैं।
●  सुंदर कांड का पाठ करने या सुनने से मानसिक शक्ति में वृद्धि होती है।
●  जीवन में आ रही अत्यधिक परेशानियाँ कम हो जाती हैं।
●  आत्म-विश्वास की कमी या इच्छा शक्ति में कमी दूर होती है।
●  सुंदरकांड के मंगलाचरण का रोजाना पाठ करने से व्यापार और नौकरी में तरक्की होती है।
●  सुंदर कांड के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करने से धन धान्य में बढ़ोतरी होती है।
●  सुंदर कांड का पाठ करके एक जटा युक्त नारियल अपने ऊपर से सात बार उतार कर हनुमान जी के मंदिर में चढ़ाने से राहू की शांति होती है। इस नारियल पर सरसों या तिल का तेल छिड़क कर चढ़ाने से शनि का प्रकोप शांत होता है।
●  इसका पाठ करने से विद्यार्थियों को विशेष लाभ मिलता है, ये आत्मविश्वासमें बढोतरी करता है और परीक्षा में अच्छे अंक लाने में मददगार होता है,बुद्धि कुशाग्र होती है, अगर बहुत छोटे बच्चेहै तो उनके माता या पिता उनकेलिए इसका पाठ करे।
● सुन्दर काण्ड का पाठ मन को शांति और सुकून देता है मानसिक परेशानियों और व्याधियो से ये छुटकारा दिलवाने में कारगर है।
●  जिन लोगो को गृह कलेश की समस्या है इस पाठ से उनको विशेष फल मिलते है।
● अगर घर का मुखिया इसका पाठ घर में रोज करता है तो घर का वातावरण अच्छा रहता है।
●  घर में या अपने आप में कोई भी नकारात्मक शक्ति को दूर करने का ये अचूक उपाय है।
●  अगर आप सुनसान जगह पर रहते है और किसी अनहोनी का डर लगा रहता हो तो उस स्थान या घर पर इसका रोज पाठ करने से हर प्रकार की बाधा से मुक्ति मिलती हैऔर आत्मबल बढ़ता है।
●  जिनको बुरे सपने आते हो रात को अनावश्यक डर लगता हो इसके पाठ निश्चित से आराम मिलेगा।
● जो लोग क़र्ज़ से परेशान है उनको ये पाठ शांति भी देता है और क़र्ज़ मुक्ति में सहायक
भी होता है।
●  जिस घर में बच्चे माँ पिता जी के संस्कार को भूल चुके हो, गलत संगत में लग गए हो और माँ पिता जी का अनादर करते हो वहा भी ये पाठ निश्चित लाभकारी होता है।
●  किसी भी प्रकार का मानसिक या शारीरिक रोग भले क्यों न हो इसका पाठ
लाभकारी होता है।
●  भूत प्रेत की व्याधि भी इस पाठ को करने से स्वतः ही दूर हो जाती है।
●  नौकरी में प्रमोशन में भी ये पाठ विशेष फलदाई होता है।
●  घर का कोई भी सदस्य घर से बाहर हो आपको उसकी कोई जानकारी मिल
पा रही हो या न भी मिल पा रही हो तो भी आप अगर इसका पाठ करते है तो सम्बंधित व्यक्ति की निश्चित ही रक्षा होगी, और आपको चिंता से भी राहत मिलेगी।
और इसके अलावा ऐसे बहुत से लाभ है जो सुन्दरकाण्ड से मिलते हैं अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव महसूस करे, जीवन सार्थक बनाये इस पाठ के मदद से हर दिन को नए उत्साह से जिए और परेशानियों से निजात पाए।

सुन्दर काण्ड पाठ की विधि Sundarkand Path ki Vidhi


अपने मन में यह विश्वास रखकर कि जैसे हनुमान जी ने श्रीराम के काज संवारे , वैसे ही हमारे भी संवारेंगे,  सुंदर कांड का पाठ करना चाहिए। सुंदर कांड के पाठ की विधि इस प्रकार है –
●  स्नान आदि से निवृत होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
●  एक चौकी पर हनुमान जी और श्रीराम भगवान की सुंदर फोटो स्थापित करके पुष्प आदि से सजाएँ।
●  गणेश गौरी,वरुण,नवग्रह, शंकर भगवान , श्रीराम भगवान और हनुमान जी का ध्यान करके आवाहन करें।
●  सिन्दूर में चमेली के तेल मिलाकर हनुमान जी को तिलक लगायें,विधिवत पूजन करें।
●  पीपल के सात पत्ते हनुमान जी के चरणों में रखें।
●  घी का दीपक जलाएं। यह दीपक सुन्दर कांड के पूरे समय तक जलना चाहिए।यदि शनिवार को सुन्दर काण्ड का पाठ हो तो चमेली के तेल का भी दीपक जलाएं।
●  फल , गुड़ चना , लड्डू आदि मिठाई का भोग लगायें।
●  गुरूजी और पितरों आदि का ध्यान करके उन्हें प्रणाम करें।
●  सबसे पहले गणेश जी की स्तुति करें।
●  इसके बाद श्रीराम की वंदना करें। फिर सुन्दर कांड का पाठ शुरू करें।
●  पाठ समाप्त होने पर हनुमान जी की आरती की और श्रीरामजी की आरती करें।
●  आवाहन किये गए देवताओं को विदा करें।
●  उपस्थित लोगों को आरती और प्रसाद दें।

सुन्दर काण्ड के नियम
sundarkand ke niyam

सुन्दर काण्ड पाठ के कुछ नियम होते हैं, इन नियमो का पालन अवश्य करना चाहिए। ये नियम इस प्रकार हैं –
● सुंदर कांड का पाठ सुबह या शाम को चार बजे के बाद करें। बारह बजे से चार बजे के बीच ना करें।
●  सुंदर कांड चल रहा हो तब बीच में उठें नहीं तथा अनावश्यक बातचीत ना करें।
●  मांस , मदिरा तथा धूम्रपान गुटका आदि तामसिक वस्तुओं का सेवन न करें।
●   नाख़ून ना काटें तथा बाल ना कटवाएं।
●  ब्रह्मचर्य का पालन करें।
●  उस दिन चाकू या कैंची आदि धार युक्त चीजें ना खरीदें।
●  इस दिन जेब में एक लाल रंग का रुमाल रखें।

●  सुन्दर कांड के बाद बच्चों को मिठाई बाटें और ब्राह्मणों को भोजन कराएं।

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