Friday, February 10, 2023

गोमय श्रीयंत्र Gomaya Shreeyantra

गोमय श्रीयंत्र 

Gomaya Shreeyantra



कहा गया है "गोमय वसते लक्ष्मी"अर्थात् गाय के गोबर में माता लक्ष्मी का वास होता है।इसलिए किसी भी पूजन में गाय के गोबर का प्रयोग अवश्य किया जाता है।और माता भगवती गौरी आदि का स्वरूप गोमय से निर्मित कर उनकी पूजा की जाती है।
गोमय श्रीयंत्र साक्षात् श्री लक्ष्मी देवी का स्वरूप माना जाता है। जिस घर में अथवा प्रतिष्ठान में गोमय श्रीयंत्र की विधिवत स्थापना करके नित्य पूजा की जाती है। उस स्थान में माँ भगवती लक्ष्मी साक्षात् विद्यमान होती हैं,वहाँ कभी भी धनधान्य ऐश्वर्य आदि की कमी नहीं रहती है।
अतः यदि हमारे व्यापार में निरंतर हानि होती जा रही है घर में बढ़ोत्तरी नहीं होती है धन नहीं रुकता है तो निश्चित रूप से माँ भगवती लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए सिद्ध गोमय श्रीयंत्र की स्थापना करनी चाहिए।इससे माँ भगवती लक्ष्मी की कृपा होगी और धन ऐश्वर्य आदि सकल मनोकामना सिद्ध होती है।

गोमय श्रीयंत्र का निर्माण सिद्ध मुहूर्तों में किया जाता है।
जैसे- गुरुपुष्य योग, रविपुष्य योग, नवरात्रि, धन-त्रयोदशी(धनतेरस), होली,दीपावली, शिवरात्रि, अक्षय तृतीया,माघ पूर्णिमा, शरद पूर्णिमा, महाशिवरात्रि पर्व आदि में गोमय श्रीयंत्र निर्माण किया जाता है।

उपरोक्त सभी मुहूर्तों में और पञ्चमी तिथि, बुधवार, और शुक्रवार को अपने घर/प्रतिष्ठान में गोमय श्रीयंत्र को स्थापित कर उसका पूजन किया जाता है।

जन्मपत्रिका में स्थित केमद्रुम, दरिद्र, शकट, ऋण, दुर्भाग्य,आदि विभिन्न कुयोगों को दूर करने में गोमय श्रीयंत्र अत्यंत प्रभावकारी है। यह मनुष्य को धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष देने वाला है। इसकी कृपा से मनुष्य को अष्ट सिद्धि व नौ निधियों की प्राप्ति हो सकती है। गोमय श्रीयंत्र के पूजन से सभी रोगों का शमन होता है और शरीर की कान्ति निर्मल होती है। इसकी पूजा से शक्ति स्तंभन होता है व पञ्चतत्वों पर विजय प्राप्त होती है।
गोमय श्रीयंत्र की कृपा से मनुष्य को धन, समृद्धि, यश, कीर्ति, ऐश्वर्य आदि की प्राप्ति होती है।
सारे रुके हुए कार्य बनते हैं। 
दुःख दारिद्र्य का नाश होता है।
गोमय श्री यंत्र की साधना/उपासना से साधक की शारीरिक और मानसिक शक्ति पुष्ट होती है। 
गोमय श्रीयंत्र की साधना से आर्थिक उन्नति होती है और व्यापार में सफलता मिलती है।

नोट-

●क्या आपकी आर्थिक स्थिति कमजोर है?
●क्या आपके पास पैसा टिकता नही है?
●क्या आपके व्यापार में अनावश्यक उतार चढ़ाव होता है?
●क्या आप गृह क्लेश से पीड़ित हैं?
●क्या आप हर समय किसी न किसी परेशानी से घिरे रहते हैं?
●क्या आपके पास सब कुछ होते हुए भी कुछ नहीं है?

यदि हाँ तो शीघ्र ही अपने यहाँ सिद्ध गोमय श्रीयंत्र स्थापित करें।

हमारे प्रतिष्ठान में विद्वान आचार्यो द्वारा सिद्ध गोमय श्रीयंत्र प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप पर संपर्क करें ।

प्राकृत भविष्य दर्शन
आचार्य विजय कुमार शुक्ल
कानपुर(उत्तर प्रदेश) 208021
WhatsApp-8574763197

Related topics-

शुभ और अशुभ विचार shubh aur ashubh vichaar

दीपावली पूजन की विशेष विधि Special method of Deepawali worship

No comments:

कष्ट शान्ति के लिये मन्त्र सिद्धान्त

कष्ट शान्ति के लिये मन्त्र सिद्धान्त Mantra theory for suffering peace

कष्ट शान्ति के लिये मन्त्र सिद्धान्त  Mantra theory for suffering peace संसार की समस्त वस्तुयें अनादि प्रकृति का ही रूप है,और वह...