एक बहुत बड़ा हस्त रेखा विशेषज्ञ था उसकी बातें इतनी सटीक बैठती थी की दुर दुर तक उसके नाम के चर्चे थे
उसको लोगों के हाथों की रेखाएँ देखने का इतना जुनून था की वह कई बार ...मरे हुऐ लोगों के हाथ भी .....उनके शव ...क़ब्र से निकलवा कर देख चुका था की हस्त रेखाओं के हिसाब से ...उन्हौने पुरी उम्र जी या नही।
एक दिन उसका भी समय आ गया ...उसने अपने मरने की भी पहले से ही भविष्यवाणी कर रखी थी जिसके हिसाब से अब कुछ ही समय शेष रह गया था
लोगो ने उससे अनुरोध किया ..आप बहुत बडे विद्वान हैं आपके साथ ही आपका ज्ञान भी चला जायेगा
कृपया जाने से पहले कुछ रहस्य कोई गूढ़ बात तो बताकर जाइये जिससे हमारा भी कुछ तो भला हो सके हम भी इस रहस्य को समझ सके कुछ तो ज्ञान देकर जाइये
उस हस्त रेखा विशेषज्ञ ने बड़ी विचित्र बात कही जिसपर विश्वास करना मुश्किल था उसने कहा ..मेरे पास बताने के लिए कुछ नही है ....क्यों की ...आज भी मैं वही खड़ा हुँ जहाँ से मैने शुरू किया था।
कई बार जब मैं अपने आपका विश्लेषण करता हुँ तो स्वयं को भी उस हस्त रेखा विशेषज्ञ की जगह ही पाता हुँ।
मैं जानता हुँ की वास्तु से क़िस्मत बदली जा सकती है पर ये भी जानता हुँ की वास्तु मानता वही है जिसकी क़िस्मत सच मैं बदलने वाली हो
मैं सिर्फ निमित मात्र हुँ ना मैं किसी के भाग्य को बना सकता हुँ और ना ही बिगाड़ सकता हुँ।
यही अंतिम सत्य है .......यही प्रारंभ है और यही अंत है
साभार
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एक दिन उसका भी समय आ गया ...उसने अपने मरने की भी पहले से ही भविष्यवाणी कर रखी थी जिसके हिसाब से अब कुछ ही समय शेष रह गया था
लोगो ने उससे अनुरोध किया ..आप बहुत बडे विद्वान हैं आपके साथ ही आपका ज्ञान भी चला जायेगा
कृपया जाने से पहले कुछ रहस्य कोई गूढ़ बात तो बताकर जाइये जिससे हमारा भी कुछ तो भला हो सके हम भी इस रहस्य को समझ सके कुछ तो ज्ञान देकर जाइये
उस हस्त रेखा विशेषज्ञ ने बड़ी विचित्र बात कही जिसपर विश्वास करना मुश्किल था उसने कहा ..मेरे पास बताने के लिए कुछ नही है ....क्यों की ...आज भी मैं वही खड़ा हुँ जहाँ से मैने शुरू किया था।
कई बार जब मैं अपने आपका विश्लेषण करता हुँ तो स्वयं को भी उस हस्त रेखा विशेषज्ञ की जगह ही पाता हुँ।
मैं जानता हुँ की वास्तु से क़िस्मत बदली जा सकती है पर ये भी जानता हुँ की वास्तु मानता वही है जिसकी क़िस्मत सच मैं बदलने वाली हो
मैं सिर्फ निमित मात्र हुँ ना मैं किसी के भाग्य को बना सकता हुँ और ना ही बिगाड़ सकता हुँ।
यही अंतिम सत्य है .......यही प्रारंभ है और यही अंत है
साभार
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