गृह प्रवेश मुहूर्त विचार
grih pravesh muhurt vichaar
सनातन धर्म में हर शुभ कार्य मुहुर्त देखकर किया जाता है। गृह प्रवेश करते समय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गृह प्रवेश के मुुहूर्त में नक्षत्र, तिथि, वार और लग्न पर विशेष रूप से विचार किया जाता है। इन बातों का ध्यान रख कर आप भी गृह प्रवेश के मुहूर्त बहुत आसानी से निकाल सकते हैं।
जानिए गृह प्रवेश के लिए शुभ नक्षत्र,शुभ तिथि, वार और लग्न
Know auspicious constellation, auspicious date, war and lagna for home entry
शुभ नक्षत्र- उत्तराफाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा, उत्तराभाद्रपद, रोहिणी, मृगशिरा, चित्रा, अनुराधा एवं रेवती नक्षत्र गृह प्रवेश के लिए शुभ हैं।
शुभ तिथि- शुक्लपक्ष की द्वितीया, तृतीया, पंचमी, षष्टी, सप्तमी, दशमी, एकादशी व त्रयोदशी तिथियां भी गृह प्रवेश के लिए शुभ मानी गई हैं।
शुभ वार- गृह प्रवेश के लिए सोमवार, बुधवार, गुरुवार व शुक्रवार शुभ हैं।
शुभ लग्न- वृष, सिंह, वृश्चिक व कुंभ राशि का लग्न उत्तम है। मिथुन, कन्या, धनु व मीन राशि का लग्न मध्यम है। लग्नेश बली, केंद्र-त्रिकोण में शुभ ग्रह और 3, 6, 10 व 11वें भाव में पाप ग्रह होने चाहिए।
रिक्ता तिथि (चतुर्थी, नवमी और चतुर्दशी) और शनिवार को गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए।
गृह प्रवेश के समय वास्तु पूजन अवश्य कराना चाहिए।
वास्तु पूजन के बाद ब्राह्मण भोज करवाना चाहिए।
घर में तुलसी का पौधा लगाना अच्छा होता है। इससे शुभ फल मिलते हैं।
घर के मुख्य दरवाजे के आस-पास शुभ चिह्न जैसे- ॐ,स्वास्तिक भी बनवाना चाहिए।
शुभ मुहूर्त में सपरिवार व परिजनों के साथ मंगलगान करते हुए शंख बजाते हुए गृह प्रवेश करना चाहिए।
नोट-जिन लोगों को नौकरी आदि में स्थानांतरण आदि के कारण मकान बदलने होते हैं या किराये के मकान खाली कर दूसरी जगह निवास करना पड़ता है।देशकाल परिस्थिति वश इन मुहूर्तों में गुरु,शुक्र का अस्तकाल,अधिकमास दोष,गुर्वादित्य दोष,कलशचक्र शुद्धि, होलाष्टक आदि का विचार नहीं किया जाता है।
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