एक श्लोकी भागवत ek shlokee bhaagwat
आदौ देवकी देव गर्भजननं,गोपी गृहे वर्धनम,
माया पूज निकासु ताप हरणं गोवर्द्धनोधारणं,
कन्सच्छेद्नम कौरवादिहननं,कुंतीसुपाजालनम,
एतद्श्रीमद्भागवतम् पुराण कथितं श्रीकृष्ण लीलामृतम
अच्युतं केशवं रामनारायणं कृष्ण:दामोदरं वासुदेवं हरे,
श्रीधरं माधवं गोपिकावल्लभं जानकी नायकं रामचंद्रं भजे,।।
Related topics:-
● चन्द्र कालानल चक्र chandra kalanala chakra
● जानें आपके लिए कैसा रहेगा दक्षिण मुखी घर Know how South home will be for you
No comments:
Post a Comment