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Tuesday, February 5, 2019

Mahamrityunjay Mantra

                       महामृत्युञ्जय मंत्र

भूतभावन भगवान शिव अपने भक्तों की भक्ति से जल्द प्रसन्न होकर उनकी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। इन्हें प्रसन्न करने के लिए ऐसे कई मंत्र हैं, जिनका नित्य जप/अनुष्ठान कर मनोकामनाएं पूरी की जा सकती हैं।

शिवपुराणआदि ग्रन्थों में ऐसे कई मंत्रों का वर्णन किया गया है, जो मानव  के कल्याण हेतु बहुत ही प्रभावी हैं।

शिव को जल्द प्रसन्न करने का सबसे प्रभावशाली मंत्र है- महामृत्युञ्जय मंत्र। इस मंत्र का जप करने से वैभव व ऐश्वर्य की कामना पूरी होती है,साथ ही रोगनिवारण की अद्भुत क्षमता इस मंत्र में होती है।

महामृत्युञ्जय मंत्र Mahamrityunjay Mantra-

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्धनं उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।

यह ऐसा चमत्कारी मंत्र है, जिसके नित्य जप से कुंडली में मौजूद दोष दूर हो जाते हैं। इस मंत्र के जप से मांगलिक दोष, नाड़ी दोष, कालसर्प दोष, बुरी नजर दोष, रोग, दुःस्वप्न, वैवाहिक जीवन की समस्याएं, संतान बाधा आदि समस्या भी दूर होती हैं।

जो जातक भक्तिपूर्वक इस मंत्र का जाप करते हैं, उसे अकाल मृत्यु का भय नहीं सताता, उम्र बढ़ती है। इस मंत्र को जीवन प्रदाता भी कहा गया है।
इस मंत्र का नित्य जप व शिव पूजन करने से स्वास्थ उत्तम बना रहता है। अगर किसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो वह रोग दूर हो जाता है। यदि आर्थिक समस्या बनी रहती है, धन हानि होती है, व्यापार में लाभ नहीं होता, तो इस मंत्र का जाप करने से धन-दौलत और वैभव प्राप्त होता है।

इस मंत्र का निरंतर जप करने वाले जातकों को समाज में उच्च स्थान मिलता है। समाज में सम्मान बना रहता है, ख्याति फैलती है, नौकरी या व्यवसाय में तरक्की होती है, जीवन में आनंद की प्राप्ति होती है व सुख-समृद्धि बढ़ती है।

ऐसे जातक जो निःसंतान है। वह प्रतिदिन शिव को जल अर्पित करने के साथ-साथ इस मंत्र का जाप करें, तो जल्द सुंदर संतान की प्राप्ति होगी। धन-हानि हो रही हो या मनोबल कमजोर हो गया हो तो महामृत्युंजय मंत्र का जप करें।

शास्त्रों के अनुसार, इस मंत्र का जप करने के लिए ब्रम्हमुहूर्त का समय सबसे उत्तम माना गया है, लेकिन अगर आप इस समय मंत्र जप नहीं कर पाते हैं, तो सुबह उठकर स्नान कर साफ कपडे़ पहने, फिर कम से कम पांच बार(पाँच माला) रुद्राक्ष की माला से इस मंत्र का जप करें।

अगर कुंडली में किसी भी तरह से मृत्यु दोष या मारकेश है, तो इस मंत्र का जप करें। इस मंत्र का जप करने से किसी भी तरह की महामारी से बचा जा सकता है, पारिवारिक कलह, संपत्ति विवाद से भी बचता है।

इस मंत्र में आरोग्यकर शक्तियां है, जिसके जप से ऐसी ऊर्जा उत्पन्न होती है, जो आपको मृत्यु के भय से मुक्त कर देती है, इसीलिए इसे मोक्ष दायक भी कहा गया है। इस मंत्र के जप से शिव की कृपा प्राप्त होती है।

आपको व्यापार में घाटा हो रहा है, तो महामृत्युजंय मंत्र का जप करें, लाभ होने लगेगा। भविष्य पुराण में कहा गया है कि महामृत्युंजय मंत्र का जप करने से अच्छा स्वास्थ्य, धन, समृद्धि और लंबी उम्र मिलती है।

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